Raipur,17 August 2024। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन ने राज्य के शिक्षा सचिव को प्रतिनिधिमंडल के ज़रिए ज्ञापन सौंप कर शिक्षा विभाग में प्रभावी किए जा रहे युक्तियुक्तकरण को तत्काल प्रभाव से रोकने की माँग करते हुए इसे शिक्षा, शिक्षक और विद्यार्थी तीनों ही के लिए अहितकारी निरुपित किया है। फेडरेशन ने रोक नहीं लगने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।
फेडरेशन की आपत्ति
फेडरेशन ने युक्तियुक्तरण के प्रस्तावित ड्राफ़्ट जिसकी अंतिम मंज़ूरी मिल चुकी है,उसे दोषपूर्ण बताया है।फेडरेशन ने प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेंड्री में सेटअप की गणना और परिवर्तन के विस्तार से आँकड़े देकर आशंका जताई है कि, इससे शिक्षा व्यवस्था में प्रगति की अपेक्षा अध्ययन और अध्यापन की दुर्गति होगी।प्राथमिक संवर्ग में पाँच कक्षा को 1 प्रधान पाठक और 1 शिक्षक,पूर्व माध्यमिक में 6 विषय और 18 पीरियड के लिए 1 प्रधान पाठक और 3 शिक्षक का सेटअप प्रस्तावित है इसे लेकर फेडरेशन ने सवाल खड़े किए हैं। हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रत्येक विषय व्याख्याता की आवश्यकता को भी फेडरेशन ने रेखांकित किया है।
सकारात्मक जवाब नहीं आया तो आंदोलन मजबूरी है - कमल वर्मा
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने इस युक्तियुक्तकरण के मॉडल को सिरे से ख़ारिज किया है। कमल वर्मा ने द हिट डॉट इन से कहा -“शिक्षक को केवल पढ़ाना ही नहीं होता है,ग़ैर शिक्षकीय काम भी होते हैं। जो सेटअप है उसमें वैसे भी गुणवत्ता के साथ पढ़ा पाना कोरी कल्पना है।हमने तथ्य दिए हैं, त्रुटियाँ बता दी हैं। सकारात्मक जवाब की अपेक्षा है। लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ और युक्तियुक्तकरण का यही मॉडल जारी रखा गया तो 24 अगस्त की महाबैठक में आंदोलन करने का फ़ैसला होगा।”