whatsapp-share-iconfacebook-share-icontwitter-share-iconshare-icon

छत्तीसगढ़ में चरण पादुका योजना पर भिड़े बीजेपी कांग्रेस, कवासी बोले - चरण पादुका में घोटाला है,मंत्री श्याम बिहारी बोले - कांग्रेस के दिमाग़ में भ्रष्टाचार है

छत्तीसगढ़ में चरणपादुका योजना को कांग्रेस ने भ्रष्टाचार का स्वरूप बताकर सवाल खड़े किए हैं तो बीजेपी ने कहा है कांग्रेस के दिमाग़ में ही भ्रष्टाचार बैठा है।

टॉप न्यूज़
By: याज्ञवल्क्य
02 August 2024
छत्तीसगढ़ में चरण पादुका योजना पर भिड़े बीजेपी कांग्रेस, कवासी बोले - चरण पादुका में घोटाला है,मंत्री श्याम बिहारी बोले - कांग्रेस के दिमाग़ में भ्रष्टाचार है

Raipur,2 August 2024। छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार एक बार फिर से चरण पादुका योजना लागू करने जा रही है। इस योजना को लेकर बस्तर के कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने इस योजना को भ्रष्टाचार का ज़रिया बताते हुए गंभीर सवाल खड़े किए हैं, वहीं बीजेपी की ओर से स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भ्रष्टाचार के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा है कि, कांग्रेस के दिमाग़ में भ्रष्टाचार बैठा हुआ है।

क्या है चरण पादुका योजना
छत्तीसगढ़ में तेंदुपत्ता श्रमिकों को डॉ रमन सिंह सरकार ने वर्ष 2005 में एक पुरुष सदस्य को एक जोड़ी जुता देने की योजना शुरु की थी।
2008 में इस योजना के तहत महिलाओं को इस योजना में शामिल किया गया। 2013 से महिलाओं को जुते की जगह चप्पल दिए जाने लगे।इस योजना के पीछे उद्देश्य था कि, तेंदूपत्ता इकट्ठा करने जब श्रमिक घने जंगलों में जाएँ तो उन्हें कंकड़ पत्थर और काँटे ना चुभें। श्रमिक साँप बिच्छु से भी बचाव कर सकें। तेंदपत्ता तोड़ने के काम में अधिकांशतः आदिवासी वर्ग ही शामिल होता है, इसलिए इस योजना को आदिवासियों को साधने में प्रभावी भी माना गया।

पीएम मोदी ने रतिल बाई को पहनाई थी चप्पल
यह योजना तब देश व्यापी सुर्ख़ियाँ बटोर गई थी जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2018 को बीजापुर के जांगला में सभा के मंच से भैरमगढ़ की महिला रतिल बाई को इस योजना के तहत अपने हाथों से चप्पल पहनाए थे।



कांग्रेस का आरोप क्या है
कांग्रेस ने चरणपादुका योजना को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। पूर्व मंत्री और कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने कहा -“पचास रुपया का जुता ख़रीदो और 400 में बेचो, यही भ्रष्टाचार इसमें होता है।जिसको पांच नंबर का जुता चाहिए उसको दस नंबर का देते हैं, जिसको दस नंबर का जुता चाहिए उसे 12 नंबर का देते हैं।”

यह भी कहा है कांग्रेस ने
कांग्रेस एमएलए कवासी लखमा के ज़रिए कांग्रेस ने इस योजना को भ्रष्टाचार का माध्यम बताया है। कांग्रेस शासनकाल में चरणपादुका योजना बंद हुई थी और तेंदुपत्ता श्रमिकों के खाते में सीधे पैसे दिए जा रहे थे। कांग्रेस ने चुनाव के पहले तेंदुपत्ता श्रमिकों के मेहनताने में और वृद्धि की बात भी कही थी। कांग्रेस ने सरकार से कहा है -“आदिवासियों को नगद पैसा दे दें, आदिवासी जुता अपनी पसंद से ख़रीद लेगा।कांग्रेस सरकार रिपीट हो जाती तो 6 हज़ार रुपए के आसपास इन को मिलता। यह नगद राशि बीजेपी दे दे।”



बीजेपी सरकार बोली - जैसा किए हैं इन्हें वैसा ही दिखता है 
कांग्रेस विधायक कवासी लखमा के आरोपों के जवाब में बीजेपी सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मोर्चा सम्हाला है। मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस के दिमाग़ में भ्रष्टाचार होने की बात कही है। मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा-“पिछले पाँच में कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के अलावा कुछ किया नहीं, इसलिए इनके दिमाग़ से भ्रष्टाचार शब्द हट नहीं रहा है।जैसा इन्होंने किया है वैसे ही यह लोग सोच रहे हैं।कांग्रेस के दिमाग़ में भ्रष्टाचार बैठा हुआ है।

home icon

होम

short icon

शॉर्ट्स