Raipur,20 जून 2024। शराब घोटाला मामले में ईडी ने नियत समयावधि के भीतर पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा के खिलाफ परिवाद पेश कर दिया है। ईडी ने अपने परिवाद में अनिल टुटेजा को पूरे शराब घोटाले का प्रमुख रचनाकार बताया है। चार्जशीट में पूर्व मुख्यमंत्री पदनाम का उल्लेख भी है।
ईडी का आरोप - टुटेजा शराब घोटाला के चीफ आर्किटेक्ट हैं
ईडी ने रायपुर स्पेशल कोर्ट में अनिल टुटेजा के खिलाफ शराब घोटाला मामले में परिवाद पेश किया है। ईडी ने अनिल टुटेजा को शराब घोटाले का “चीफ आर्किटेक्ट” करार दिया है। ईडी ने उल्लेख किया है -“अनिल टुटेजा का पुलिस, खनिज, पर्यावरण और शराब विभाग में पूरा नियंत्रण था।आबकारी विभाग में अरुणपति त्रिपाठी की नियुक्ति के लिए सौम्या चौरसिया और अनिल टुटेजा के बीच नोट शीट का आदान प्रदान किया गया था।अरुणपति त्रिपाठी की नियुक्ति के बाद अनवर के ज़रिए घोटाले को अंजाम दिया गया। ईडी ने कोर्ट को बताया है कि,डिजिटल एविडेंस हैं कि पुलिस ने अगर कभी मामलों को पकड़ा तो उसे अनिल टुटेजा ने समाप्त करा दिया।”
महासमुंद मसले का ज़िक्र
ईडी के परिवाद में उल्लेख है कि,महासमुंद में पार्ट बी लीकर की जाँच चल रही थी। अरुणपति त्रिपाठी ने उक्ताशय को लेकर मैसेज अनवर को किया था, वह मैसेज अनवर ढेबर ने अनिल टुटेजा को भेजा। अनिल टुटेजा ने जवाब में लिखा -वे डीजीपी से बात कर रहे हैं।” ईडी ने कोर्ट को बताया है कि,चैट रिकवर की गई है, साथ ही कई डिजिटल साक्ष्य भी हासिल किए गए हैं।
5669 पन्नों का चालान, 205 करोड़ की संपत्ति जप्त
ईडी ने कोर्ट में 5669 पन्नों का परिवाद कोर्ट को सौंपा है।इनमें 220 पन्नों का अभियोजन परिवाद है, जबकि 5749 पन्नों में सहायक अभिलेख हैं, साथ ही एक हार्ड डिस्क भी सौंपी गई है। ईडी के अनुसार अनिल टुटेजा की 205 करोड़ की संपत्ति जप्त की गई है। इस मामले में अगली पेशी 19 जुलाई को नियत है।